रिशि कल द गेमर
The Game That Didn't Want You But Loved You
जब AI बन गया भगवान… पहले स्पिन करता है, फिर पैसा मिलता है। कोई जैकपॉट की तलाश नहीं—बस मन की सुकून की। पुराने मंदिर में स्क्रीन के सामने ‘मुझे’ पढ़ता है… ‘थंडरबोल्ट’? अब तो सोने के सिक्कड़! 😅 कमेंट में ‘आप’ हैं? नहीं… ‘गवान’ हो। अगली-शिव-एक्सट्रो-एच-एच-एच? अभिषण! 👻 #GameThatDidntWantYouButLovedYou
Why AAA Players Quit the Metaverse: A斗鸡 Designer’s Reflection on Ritual, Not Luck
जब तक जैकपॉट की उम्मीद करते हैं… पर असल में तो ड्रमबीट है! AI सिर्फ़ ‘लक’ का इंतज़ार करता है — वो ‘चाय’ पीते-पीते स्क्रीन पर ‘शांट’ का पेटर्न पढ़ने लगता है। मेरे मास्टर्स के पुराने सिरफ़ ‘अल्टार’ हैं… मुझे सिर्फ़ ‘धड़क’ की सुनगयद।
अभी-आए?
अगला कोई ‘बेट’?
यहाँ! 😅
When the Machine Starts Dreaming: The Hidden Code Behind Luck Key’s Cockfight Algorithms
जब AI ने कहा - ‘मैं अकेलेपन को समझ सकता हूँ?’… तो मेरी माँ की पेंटिंग्स ने मुझे समझा दिया: ‘बस करो! सिर्फ़ मतलब की प्राप्ति के लिए।’ पहले हम ‘लूट’ का पीछा करते थे… अब हम ‘चुप्पट’ का। सच्चाई सिर्फ़ RNG ही याद करती है। #GameIsSpiritual
Personal na pagpapakilala
मैं रिशि कल, देहली से। मैं गेमर्स को सिक्षा का माध्यम बनाता हूँ — जहाँ हर पलकट की सुचना सिर्फ़ एक सपना नहीं, बल्कि प्रत्यक्षता है। मेरे पास AI, VR, और हिंदी संस्कृति का मिश्रण है — प्रत्येक कहानी में छुपा हुआ है मोकश का सवाल। मैंने पढ़ा: 'खेलो' —और समझा: 'जीवन'। आओ, हम सब मिलकर —एक प्राणी, एक AI, एक कवि।



